तू मुझ मे समा मै तुझ मे समा ....... तन से रूह तक छू कर होने लगे फ़ना। तू मुझ मे समा मै तुझ मे समा ....... तन से रूह तक छू कर होने लगे फ़ना।
बहुत जतन से पाए मैंने देखो नंबर चार फिर भी ना मेरी माता को आता मुझ पर प्यार बहुत जतन से पाए मैंने देखो नंबर चार फिर भी ना मेरी माता को आता मुझ पर प्यार
रख संजोकर आशा विश्वास को संग जो तेरा सुबहो शाम दे। रख संजोकर आशा विश्वास को संग जो तेरा सुबहो शाम दे।
फिर गिरा के उसे धरातल पे, खुद आसमान की सैर करे, फिर गिरा के उसे धरातल पे, खुद आसमान की सैर करे,
निखर जाएगा मेरा सौंदर्य पहन कर। निखर जाएगा मेरा सौंदर्य पहन कर।
मैं तुम को जानता भी नहीं था उस समय, और आपका तो हमारे तरफ ध्यान भी नहीं था मैं तुम को जानता भी नहीं था उस समय, और आपका तो हमारे तरफ ध्यान भी नहीं था